यूरोप में फुटबॉल का नया सिकंदर कौन बनेगा। इसका फैसला रविवार रात को पुर्तगाल में होगा। इस दिन यूईएफए चैम्पियंस लीग के फाइनल में 5 बार की चैम्पियन बायर्न म्यूनिख का सामना 50 साल में पहली बार फाइनल खेल रहे फ्रेंच क्लब पेरिस सेंट जर्मेन (पीएसजी) से होगा।
अगर पीएसजी चैम्पियंस लीग जीत जाती है, तो इस दशक में ट्रेबल (दो घरेलू और चैम्पियंस लीग जीतने वाली टीम) पूरा करने वाली तीसरी टीम हो जाएगी। इससे पहले, बार्सिलोना ने 2014-15 में ट्रेबल पूरा किया था। इससे पहले बायर्न ने भी 2012-13 में यह उपलब्धि हासिल की थी।
बार्सिलोना ने 2 बार ट्रेबल पूरा किया है
बार्सिलोना ने इससे पहले 2008-09 में भी ट्रेबल पूरा किया था। बार्सिलोना दो बार यह उपलब्धि हासिल करने वाला इकलौता क्लब है। अगर बायर्न फाइनल जीतता है, तो वह भी 2 बार ट्रेबल पूरा करने वाला क्लब बन जाएगा। इसके अलावा मैनचेस्टर यूनाइटेड (1998-99), बायर्न म्यूनिख (2012-13), इंटर मिलान (2009-10), सेल्टिक (1966-67), एएफसी अजाक्स (1971-72) और पीएसवी ईंधोवेन (1987-88) भी ट्रेबल कर चुके हैं।
ट्रेबल किसे कहते हैं
एक सीजन में अगर कोई क्लब घरेलू लीग और कप के साथ चैम्पियंस लीग का खिताब जीतने में कामयाब रहता है, तो इसे ट्रेबल कहते हैं। यानी एक ही सीजन में तीन बड़े खिताब जीतने का रिकॉर्ड। इस लिहाज से यह क्लब फुटबॉल में बड़ी उपलब्धि होती है। क्योंकि एक सीजन में घरेलू लीग और घरेलू कप के साथ यूरोप की सबसे बड़ी फुटबॉल लीग का खिताब जीतना आसान नहीं होता है।
पीएसजी 16 साल बाद फाइनल में पहुंचने वाला पहला फ्रेंच क्लब
पीएसजी 16 साल बाद चैम्पियंस लीग के फाइनल में पहुंचने वाला पहला फ्रेंच क्लब है। पिछली बार एएस मोनाको ने 2003-04 सीजन में यह उपलब्धि हासिल की थी, लेकिन वह खिताब जीतने से चूक गया था।
तब फाइनल में एफसी पोर्टो ने उसे 3-0 से हराया था। अब तक सिर्फ एक ही फ्रेंच क्लब चैम्पियंस लीग का खिताब जीता है। 1992-93 सीजन में मार्सेल ने चैम्पियंस लीग के फाइनल में एसी मिलान को हराया था। मार्सेल दो बार फाइनल खेला है।
पीएसजी 110 मैच खेलने के बाद फाइनल में पहुंचा
पीएसजी ने चैम्पियंस लीग के फाइनल में पहुंचने के लिए सबसे ज्यादा 110 मैच खेले हैं। इससे पहले आर्सेनल ने 90 मैच के बाद 2006 में फाइनल खेला था। पीएसजी फाइनल में पहुंचने वाली फ्रांस की 5वीं टीम है। सबसे ज्यादा इंग्लैंड के 8, जर्मनी और इटली के 6-6 क्लब ऐसा कर चुके हैं।
यूईएफए चैम्पियंस लीग के फाइनल में फ्रेंच क्लब का प्रदर्शन
क्लब | साल | नतीजा |
स्टेड डे रेम्स | 1958-59 | रियाल मैड्रिड ने हराया |
सेंट एटिने | 1975-76 | बायर्न म्यूनिख से हारा |
मार्सेल | 1990-91 | रेड स्टार बेलग्रेड ने शिकस्त दी |
मार्सेल | 1992-93 | एसी मिलान को मात दी |
एएस मोनाको | 2003-04 | एफसी पोर्टो से हारा |
पीएसजी | 2019-20 | मैच खेला जाना है |
बायर्न 11वीं बार चैम्पियंस लीग का फाइनल खेलेगी
बार्यन म्यूनिख 11वीं बार चैम्पियंस लीग के फाइनल में पहुंचा है। लीग के इतिहास में रियाल मैड्रिड ने सबसे ज्यादा 16 फाइनल खेले हैं और 13 बार खिताब जीता है। बायर्न म्यूनिख ने पिछला खिताब 2013 में जीता था। तब उसने जर्मन क्लब बोरुसिया डॉर्टमंड को फाइनल में हराया था। अब तक यह जर्मन क्लब पांच खिताब जीत चुका है।
दोनों टीमों का फाइनल तक का सफर
यूईएफए रैंकिंग में 7वें स्थान पर काबिज पीएसजी ने इस सीजन में 10 में से 8 मैच जीते हैं, जबकि एक ड्रॉ रहा और एक मैच में उसे हार मिली। पीएसजी इस सीजन में 25 गोल के साथ दूसरे नंबर पर है। यह टीम लीग स्टेज में ग्रुप-ए की विनर थी। फ्रेंच क्लब ने राउंड-16 में 3-2 के एग्रीगेट के आधार पर बोरुसिया डॉर्टमंड को हराया। क्वार्टर फाइनल में अटलांटा को शिकस्त दी। वहीं, सेमीफाइनल में आरबी लिपजिग को मात दी। पिछले सीजन में यह टीम प्री-क्वार्टर फाइनल स्टेज तक ही पहुंचीं थी।
बायर्न म्यूनिख के पास सबसे ज्यादा गोल का रिकॉर्ड बनाने का मौका
इधर, यूईएफए रैंकिंग में दूसरे स्थान पर मौजूद बार्यन ने इस सीजन में सभी 10 मैच जीते हैं और सबसे ज्यादा 42 गोल किए। म्यूनिख के खिलाफ दूसरी टीमें सिर्फ 8 गोल ही कर पाईं हैं। बायर्न अपने सभी 6 मैच जीतकर ग्रुप-बी की विनर था। इसने प्री-क्वार्टर फाइनल में 7-1 के एग्रीगेट के आधार पर चेल्सी को शिकस्त दी। क्वार्टर फाइनल में बार्सिलोना को 8-2 से हराया। वहीं, सेमीफाइनल में लियोन को मात देकर रिकॉर्ड 11वीं बार फाइनल में जगह पक्की की।
अगर पीएसजी के खिलाफ फाइनल में बायर्न 3 गोल करता है, तो एक सीजन में सबसे ज्यादा 45 गोल करने के बार्सिलोना के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेगा। बार्सिलोना ने 1999-2000 सीजन में 45, रियाल मैड्रिड ने 2013-14 में 41 और 2017-18 में लिवरपूल ने भी इतने ही गोल किए थे।
हेड टू हेड
चैम्पियंस लीग में अब तक पीएसजी और बायर्न म्यूनिख के बीच 8 मुकाबले हुए हैं। इसमें पीएसजी ने 5 और बायर्न म्यूनिख ने तीन जीते हैं। पीएसजी ने बायर्न के खिलाफ 12, तो जर्मन क्लब ने उसके विरुद्ध 11 गोल किए हैं। दोनों टीमों के बीच दिसंबर 2017 में हुए पिछले मैच में बायर्न ने 3-1 से जीत दर्ज की थी। दोनों टीमें अब तक सिर्फ ग्रुप स्टेज में ही आमने-सामने हुईं हैं। यह पहला मौका है, जब लीग के फाइनल में इनकी टक्कर होगी।
दोनों टीमों के इन खिलाड़ियों पर रहेगी नजर
चैम्पियंस लीग के फाइनल में दोनों टीमों के कई अहम खिलाड़ियों पर नजर रहेगी। इसमें बायर्न म्यूनिख के रॉबर्ट लेवनडॉस्की, सर्ज नाबरी और पीएसजी के किलियन एम्बाप्पे, माउरो इकार्डी और नेमार शामिल हैं। म्यूनिख के लेवनडॉस्की इस सीजन के टॉप स्कोरर हैं। वे अब तक 9 मैच में 15 गोल कर चुके हैं।
लेवनडॉस्की एक सीजन में 15 गोल करने वाले दूसरे खिलाड़ी
वे किसी एक सीजन में 15 या उससे ज्यादा गोल करने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं। उनसे पहले क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने सबसे ज्यादा 17 गोल 2013-14 में, 2015-16 में 16 और 2017-18 में 15 गोल किए हैं। नाबरी भी इस सीजन में गोल करने के मामले में तीसरे स्थान पर हैं। उन्होंने 9 गोल किए हैं। इसमें सेमीफाइनल में लियोन के खिलाफ उनके 2 गोल भी हैं।
इधर, पीएसजी की उम्मीदें 22 साल के किलियन एम्बाप्पे पर होगी। एम्बाप्पे ने इस सीजन में पीएसजी के लिए सबसे ज्यादा 5 गोल किए हैं। माउरो इकार्डी ने भी इतने ही गोल किए हैं। इसके अलावा एंजेल डी मारिया पर भी सबकी नजर होगी। इस सीजन में गोल असिस्ट करने के मामले में पीएसजी का यह खिलाड़ी पहले नंबर पर है।
मारिया ने सबसे ज्यादा 6 गोल, तो एम्बाप्पे ने 5 असिस्ट किए हैं। डी मारिया लीग की ऑल टाइम असिस्ट लिस्ट में रोनाल्डो (40), मेसी (35), रायन गिग्स(31) के बाद चौथे नंबर पर हैं।
टूर्नामेंट के 196 मैच में 543 गोल हुए
टूर्नामेंट में अब तक 118 मैच खेले गए हैं, जिसमें 385 गोल हुए। इस दौरान प्रति मैच गोल औसत 3.26 रहा। लीग के इस सीजन में सबसे ज्यादा 78 गोल मैच के 76 से 90वें मिनट के बीच हुए।
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