एयरलाइन कंपनी इंडिगो (Indigo) अपने 10 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी करेगी। कंपनी के सीईओ रोनोजॉय दत्ता ने सोमवार को कहा कि कोरोनावायरस महामारी की वजह से पैदा हुए आर्थिक संकट के चलते कंपनी को यह फैसला लेना पड़ा। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी ने दुनिया भर के उद्योगों को प्रभावित किया है, जिनमें से एयरलाइन सेक्टर्स बुरी तरह प्रभावित है और कठिन समय से गुजर रही है।
आर्थिक संकट से निपट पाना असंभव हो गया है
दत्ता ने अपने बयान में कहा कि मौजूदा जो हालात है, उसमें कंपनी को चलाते रहने के लिए बिना कुछ बलिदान दिए इस आर्थिक संकट से निपट पाना असंभव हो गया है। उन्होंने कहा कि ऐसे में हमें अपने कर्मचारियों की संख्या में 10 प्रतिशत की कमी करने का मुश्किल फैसला लेने की जरूरत होगी।
नुकसान के बावजूदमार्च-अप्रैल के लिए पूरा वेतन का भुगतान किया था
दत्ता ने कहा कि इंडिगो वैश्विक स्तर पर कुछ एयरलाइंस में से एक थी जिसने कारोबार प्रभावित के बावजूद मार्च और अप्रैल के लिए पूरा वेतन का भुगतान किया था। उन्होंने कहा कि हमें वेतन कटौती, बिना वेतन और कई अन्य लागतों के लिए छुट्टी जैसे कई उपाय करने पड़े लेकिन दुर्भाग्य से अब छंटनी करनी पड़ रही है।
इंडिगो के कुल कर्मचारियों की संख्या 23,531
इंडिगो के इतिहास में इतना दुखद कदम पहली बार उठाया जा रहा है। इंडिगो के कर्मचारियों की संख्या 31 मार्च 2019 को 23,531 थी। बता दें कि 25 मई के बाद से घरेलू रूट पर फ्लाइट शुरू हो गई हैं। आनेवाले समय में एयरलाइंस सेक्टर के लिए थोड़ी राहत की बात हो सकती है। क्योंकि कई देश अब अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को शुरू करने के लिए कोशिश कर रहे हैं।
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